सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का महापर्व मकर संक्रांति यानी खिचड़ी मंगलवार को मनायी जाएगी। लोग पुण्यकाल में सुबह से ही पवित्र नदियों और अपने घरों पर स्नान, सूर्य उपासना, जप, अनुष्ठान, दान दक्षिणा करेंगे। इस बार मकर संक्रांति पर विष्कुंभ योग और पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग बन रहा है। जोकि बहुत शुभ माना जा रहा है। मकर संक्रांति के साथ ही खरमास भी समाप्त हो जाएगा और मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। महाकुंभ का शुभारंभ होने से इस बार सनातनियों में मकर संक्रांति पर्व की महत्त्वता बढ़ गई है।
महाकुंभ का पहला अमृत स्नान आज-
महाकुम्भ का पहला अमृत (शाही) स्नान आज है। मकर संक्रांति के अवसर पर सभी 13 अखाड़े अपने नागा संन्यासियों के साथ संगम तट पर स्नान करेंगे।